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The Faithbook Blog


पर से मुक्त होने की कला
बोकोजु... ज़ेन परंपरा के महान संत। वे गुफाओं में रहकर ध्यान साधना करते थे। कभी-कभी वे अपने शिष्यों के साथ भी रहते, और जब-जब वे शिष्य समूह...
Panyas Shri Rajsundar Vijayji Maharaj Saheb
2 days ago2 min read
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दृष्टाभाव की पराकाष्ठा!
संत कबीर... अपनी आध्यात्मिक निष्ठा के कारण उस समय सर्वत्र प्रसिद्ध हो गए थे। लेकिन इतनी प्रसिद्धि के कारण गाँव के पंडित बहुत ही दुःखी हो...
Panyas Shri Rajsundar Vijayji Maharaj Saheb
Mar 133 min read
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संन्यासी जीवन में आनंद क्यों नहीं है?
एक संन्यासी ने बड़ी उम्र में संन्यास स्वीकार किया। संन्यासी जीवन में वर्षों बीत गए, लेकिन अभी तक उन्हें संन्यास का वह अपेक्षित आनंद...
Panyas Shri Rajsundar Vijayji Maharaj Saheb
Feb 142 min read
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भगवान के प्रति राग या प्रेम?
यह एक बौद्ध साध्वी की बहुत सुंदर घटना है। उस साध्वी के पास गौतम बुद्ध की एक छोटी लेकिन अत्यंत सुंदर स्वर्ण प्रतिमा थी। वह उस प्रतिमा से...
Panyas Shri Rajsundar Vijayji Maharaj Saheb
Jan 103 min read
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आत्मा का साक्षात्कार कैसे होता है?
स्वामी अवधूत एक अत्यंत उन्नत संत थे, जो आत्मा की अनुभूति में पारंगत थे। वे निरंतर एक गाँव से दूसरे गाँव की यात्रा करते रहते। एक बार, एक...
Panyas Shri Rajsundar Vijayji Maharaj Saheb
Dec 5, 20243 min read
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