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The Faithbook Blog
Muni Shri Krupashekhar Vijayji Maharaj Saheb
Dec 172 min read
Self Control
कुरु प्रदेश की रानी राक्षसी प्रवृत्ति की थी। उसे दूसरों को बिना किसी कसूर के भी दुःख पहुँचाकर आनंद मिलता था। एक बार जब गौतम बुद्ध के इस...
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Muni Shri Krupashekhar Vijayji Maharaj
Nov 283 min read
दूसरा रास्ता
एक बहुत ही महत्वाकांक्षी लड़का, उसका नाम अब्दुल था। बचपन से ही उसे हवाई जहाज का बहुत ही शौक था। हवाई जहाज देखते ही वह रोमांचित हो जाता...
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Muni Shri Krupashekhar Vijayji Maharaj Saheb
Sep 222 min read
Happiness Formula
एक गाँव में एक कुत्ता रहता था। एक दिन स द नसीब से उस कुत्ते को किसीने बहुत अच्छी-सी बड़ी रोटी दी। पूरी रोटी मिलने पर कुत्ता तो खुश-खुशहाल...
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Muni Shri Krupashekhar Vijayji Maharaj
Aug 22 min read
अन्याय की फ़रियाद नहीं, न्याय की याचना नहीं।
रामायण का प्रसंग है। रावण को परास्त करके, लंका को जीतकर रामचंद्रजी अयोध्या में वापिस आ गये। लोगों के कहने से उन्होंने सीताजी को वन में...
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Muni Shri Krupashekhar Vijayji Maharaj
Jul 172 min read
सुखी होना चाहते हो या दुःखी?
जापान का राजा बड़ा सा जहाज लेकर समंदर की सफर करने निकल पड़ा। सागर के जो टापू थे वह उनको देखने थे। साथ में बहुत सारे सेवकों और सहायकों को...
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Muni Shri Krupashekhar Vijayji Maharaj
Jun 233 min read
नकल से असल
चार्ली चैप्लिन का नाम तो आपने सुना ही होगा। वह एक हास्य कलाकार था। उसका पचासवां जन्मदिन बहुत जोर-शोर से मनाया गया था और उस समारोह में...
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Muni Shri Krupashekhar Vijayji Maharaj
Apr 122 min read
सुंदर विचार सुगंधित जीवन
एक नगर के मुख्य राजमार्ग पर एक सुंदर बंगला था। सुबह की खिलती उषा में किसी ने उस बंगले का दरवाजा खटखटाया। घर के मालिक ने दरवाजा खोलकर...
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Muni Shri Krupashekhar Vijayji Maharaj Saheb
Apr 19, 20232 min read
A Mind Peace is Heaven
एक स्त्री अत्यंत क्रोधी स्वभाव वाली थी। दिन और रात, घर में और बाहर हर जगह गुस्सा करती थी। अपनी सास पर, ससुर पर, पति पर, बच्चों पर, नौकरों...
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Muni Shri Krupashekhar Vijayji Maharaj Saheb
Apr 19, 20233 min read
ऐसी दशा हो भगवन्!
एक नौजवान नाविक की नाव में एक श्रीमंत सेठ सफर कर रहे थे। जब नाव बीच मझधार में पहुँची, तो भयंकर तूफान आया। नाव आकाश में हवा में उछलने लगी।...
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Muni Shri Krupashekhar Vijayji Maharaj Saheb
Apr 13, 20233 min read
Secret Of Happiness
एक सप्ताह पहले ही शादी किया हुआ एक युवक एक ज्योतिषी के पास गया, और अपनी कुंडली बताकर पूछने लगा कि, “मेरा वैवाहिक जीवन कैसा रहेगा?” कुंडली...
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Muni Shri Krupashekhar Vijayji Maharaj Saheb
Apr 12, 20233 min read
अतिथि देवो भव
छगनभाई के घर के आंगन में मधुमक्खी का छत्ता लगा हुआ देखकर मगनभाई ने कहा, ‘भाई! आपके तो आंगन में ही मधुमक्खी का छत्ता है, तो आपको तो मुफ्त...
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Muni Shri Krupashekhar Vijayji Maharaj Saheb
Apr 9, 20232 min read
पैसा याँ बुद्धि
एक बार टीचरने चिंटू को पूछा, “बोल! 1) पैसा, और 2) बुद्धि, इन दोनों में से यदि तुझे कोई एक चीज पसंद करके लेनी हो, तो तू कौन सी चीज लेगा?”...
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Muni Shri Krupashekhar Vijayji Maharaj Saheb
Apr 1, 20232 min read
Tolerance
A brother came to meet, and said, “Maharaj! Our house is like a chaumukhi temple.” I asked, “How?” So he said, “There are four idols in...
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Muni Shri Krupashekhar Vijayji Maharaj Saheb
Dec 12, 20213 min read
यात्रा Accept से Respect की ओर
एक रशियन तत्त्वचिंतक, जो बुद्धि से ज्यादा हृदय को प्रधानता देता था, ज्ञान के फलस्वरूप प्रसन्नता का हर पल वह अपने जीवन में अनुभव करता था।...
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Muni Shri Krupashekhar Vijayji Maharaj Saheb
Dec 6, 20213 min read
देव कौन और नारकी कौन?
एक पौराणिक कथा है; एक बार नरक के जीवों ने ईश्वर से शिकायत की, “आप पक्षपात करते हैं। देवों को आनंद और सुख देते हैं, और हमें दुख, त्रास और...
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Muni Shri Krupashekhar Vijayji Maharaj Saheb
May 19, 20212 min read
अलग दृष्टिकोण
गाँव में एक बाँसुरी बेचने वाला बाँसुरी की सुरीली तान बजाता-बजाता गलियों में घूम रहा था। एक बालक ने मम्मी से जिद की, ‘मम्मी ! मुझे भी...
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Muni Shri Krupashekhar Vijayji Maharaj Saheb
Apr 18, 20213 min read
Herbs of winning heart
A woman living in a woods did not have very good relations with her husband. She always felt that her husband does not love her. She went...
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Muni Shri Krupashekhar Vijayji Maharaj Saheb
Apr 18, 20212 min read
The one who was fed, is grinding us.
In the morning when the husband was getting ready and going out of the house, his wife from inside, kept saffron, almond and pistachio...
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Muni Shri Krupashekhar Vijayji Maharaj Saheb
Apr 15, 20212 min read
दिव्य प्रेम
एक गाँव में एक छोटा-सा बालक अपनी विधवा और गरीब माँ के साथ रहता था। एक बार निकट के गाँव में मेला लगा हुआ था। बालक की मेले में जाने की...
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Muni Shri Krupashekhar Vijayji Maharaj Saheb
Apr 11, 20212 min read
कर भला तो हो भला।
प्रत्येक जीव में अपनी आत्मा का दर्शन करने वाला व्यक्ति दूसरों के दुःख में किस हद तक विचलित हो सकता है, इसका 150 वर्ष पूर्व का एक प्रसंग...
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