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The Faithbook Blog


Ambition
एक शिक्षक आदिवासी क्षेत्र की एक स्कूल में नए-नए नियुक्त हुए थे। स्कूल के पहले ही दिन वे कक्षा में पढ़ाने गए। वे सभी विद्यार्थियों से उनका...
Muni Shri Krupashekhar Vijayji Maharaj Saheb
Feb 263 min read
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Divine Court
एक लालची शाहुकार ने अपनी धूर्तता और छल-कपट से एक गरीब विधवा बुढ़िया की जमीन हड़प ली। वह जमीन, जो बुढ़िया के जीवनयापन का एकमात्र सहारा थी,...
Muni Shri Krupashekhar Vijayji Maharaj
Jan 283 min read
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Self Control
कुरु प्रदेश की रानी राक्षसी प्रवृत्ति की थी। उसे दूसरों को बिना किसी कसूर के भी दुःख पहुँचाकर आनंद मिलता था। एक बार जब गौतम बुद्ध के इस...
Muni Shri Krupashekhar Vijayji Maharaj Saheb
Dec 17, 20242 min read
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दूसरा रास्ता
एक बहुत ही महत्वाकांक्षी लड़का, उसका नाम अब्दुल था। बचपन से ही उसे हवाई जहाज का बहुत ही शौक था। हवाई जहाज देखते ही वह रोमांचित हो जाता...
Muni Shri Krupashekhar Vijayji Maharaj
Nov 28, 20243 min read
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Happiness Formula
एक गाँव में एक कुत्ता रहता था। एक दिन स द नसीब से उस कुत्ते को किसीने बहुत अच्छी-सी बड़ी रोटी दी। पूरी रोटी मिलने पर कुत्ता तो खुश-खुशहाल...
Muni Shri Krupashekhar Vijayji Maharaj Saheb
Sep 22, 20242 min read
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अन्याय की फ़रियाद नहीं, न्याय की याचना नहीं।
रामायण का प्रसंग है। रावण को परास्त करके, लंका को जीतकर रामचंद्रजी अयोध्या में वापिस आ गये। लोगों के कहने से उन्होंने सीताजी को वन में...
Muni Shri Krupashekhar Vijayji Maharaj
Aug 2, 20242 min read
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सुखी होना चाहते हो या दुःखी?
जापान का राजा बड़ा सा जहाज लेकर समंदर की सफर करने निकल पड़ा। सागर के जो टापू थे वह उनको देखने थे। साथ में बहुत सारे सेवकों और सहायकों को...
Muni Shri Krupashekhar Vijayji Maharaj
Jul 17, 20242 min read
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नकल से असल
चार्ली चैप्लिन का नाम तो आपने सुना ही होगा। वह एक हास्य कलाकार था। उसका पचासवां जन्मदिन बहुत जोर-शोर से मनाया गया था और उस समारोह में...
Muni Shri Krupashekhar Vijayji Maharaj
Jun 23, 20243 min read
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सुंदर विचार सुगंधित जीवन
एक नगर के मुख्य राजमार्ग पर एक सुंदर बंगला था। सुबह की खिलती उषा में किसी ने उस बंगले का दरवाजा खटखटाया। घर के मालिक ने दरवाजा खोलकर...
Muni Shri Krupashekhar Vijayji Maharaj
Apr 12, 20242 min read
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A Mind Peace is Heaven
एक स्त्री अत्यंत क्रोधी स्वभाव वाली थी। दिन और रात, घर में और बाहर हर जगह गुस्सा करती थी। अपनी सास पर, ससुर पर, पति पर, बच्चों पर, नौकरों...
Muni Shri Krupashekhar Vijayji Maharaj Saheb
Apr 19, 20232 min read
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ऐसी दशा हो भगवन्!
एक नौजवान नाविक की नाव में एक श्रीमंत सेठ सफर कर रहे थे। जब नाव बीच मझधार में पहुँची, तो भयंकर तूफान आया। नाव आकाश में हवा में उछलने लगी।...
Muni Shri Krupashekhar Vijayji Maharaj Saheb
Apr 19, 20233 min read
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Secret Of Happiness
एक सप्ताह पहले ही शादी किया हुआ एक युवक एक ज्योतिषी के पास गया, और अपनी कुंडली बताकर पूछने लगा कि, “मेरा वैवाहिक जीवन कैसा रहेगा?” कुंडली...
Muni Shri Krupashekhar Vijayji Maharaj Saheb
Apr 13, 20233 min read
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अतिथि देवो भव
छगनभाई के घर के आंगन में मधुमक्खी का छत्ता लगा हुआ देखकर मगनभाई ने कहा, ‘भाई! आपके तो आंगन में ही मधुमक्खी का छत्ता है, तो आपको तो मुफ्त...
Muni Shri Krupashekhar Vijayji Maharaj Saheb
Apr 12, 20233 min read
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पैसा याँ बुद्धि
एक बार टीचरने चिंटू को पूछा, “बोल! 1) पैसा, और 2) बुद्धि, इन दोनों में से यदि तुझे कोई एक चीज पसंद करके लेनी हो, तो तू कौन सी चीज लेगा?”...
Muni Shri Krupashekhar Vijayji Maharaj Saheb
Apr 9, 20232 min read
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Tolerance
A brother came to meet, and said, “Maharaj! Our house is like a chaumukhi temple.” I asked, “How?” So he said, “There are four idols in...
Muni Shri Krupashekhar Vijayji Maharaj Saheb
Apr 1, 20232 min read
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यात्रा Accept से Respect की ओर
एक रशियन तत्त्वचिंतक, जो बुद्धि से ज्यादा हृदय को प्रधानता देता था, ज्ञान के फलस्वरूप प्रसन्नता का हर पल वह अपने जीवन में अनुभव करता था।...
Muni Shri Krupashekhar Vijayji Maharaj Saheb
Dec 12, 20213 min read
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देव कौन और नारकी कौन?
एक पौराणिक कथा है; एक बार नरक के जीवों ने ईश्वर से शिकायत की, “आप पक्षपात करते हैं। देवों को आनंद और सुख देते हैं, और हमें दुख, त्रास और...
Muni Shri Krupashekhar Vijayji Maharaj Saheb
Dec 6, 20213 min read
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अलग दृष्टिकोण
गाँव में एक बाँसुरी बेचने वाला बाँसुरी की सुरीली तान बजाता-बजाता गलियों में घूम रहा था। एक बालक ने मम्मी से जिद की, ‘मम्मी ! मुझे भी...
Muni Shri Krupashekhar Vijayji Maharaj Saheb
May 19, 20212 min read
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Herbs of winning heart
A woman living in a woods did not have very good relations with her husband. She always felt that her husband does not love her. She went...
Muni Shri Krupashekhar Vijayji Maharaj Saheb
Apr 18, 20213 min read
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The one who was fed, is grinding us.
In the morning when the husband was getting ready and going out of the house, his wife from inside, kept saffron, almond and pistachio...
Muni Shri Krupashekhar Vijayji Maharaj Saheb
Apr 18, 20212 min read
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From the significance of daily rituals to the profound teachings of Jainism,
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