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The Faithbook Blog
Panyas Shri Dhananjay Vijayji Maharaj Saheb
Apr 11, 20214 min read
संगठन का प्राण : पारदर्शिता
अरिहंत के लोकोत्तर शासन की प्राप्ति को सफल बनाने हेतु ‘संघभावना’ पर निरन्तर रूप से स्वाध्याय करना चाहिए। प्रभु वीर के शासन को ‘संघ’ कहा...
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Priyam
Apr 11, 20215 min read
आत्मीयता की संवेदना
स्वामित्वाभिमान जिसमें कुछ पाने की वृत्ति है, या पा लेने का गुमान है। मैं आपको पूछता हूँ – संघ की सेवा करके हमें चाहिये क्या? नाम, पद,...
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Priyam
Apr 11, 20215 min read
‘मैंने कुछ भी नहीं किया है।’
संघ संवेदना परम पावन श्री भगवतीसूत्र में एक घटना का वर्णन है। चमरेन्द्र के अपराधी सिद्ध होने के कारण सौधर्मेन्द्र ने उन पर वज्र छोड़ा।...
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Priyam
Apr 10, 20215 min read
जिनशासन : एक वटवृक्ष
संघत्याग सुमितभाई होस्पिटलाईज्ड हुए। उनका मित्र खबर पूछने गया। तबियत पूछी, लगभग कुछ भी अच्छा नहीं था। तीन फ्रेक्चर, बुखार, उल्टी, पीड़ा,...
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Priyam
Apr 10, 20215 min read
एक स्वप्न देखते है….
Relation यह मेरा बेटा है, इस मुद्दे पर हम सब कुछ गौण करने को तैयार हैं। वो नवकार गिनता है, इस मुद्दे पर हम कुछ भी गौण करने को तैयार नहीं...
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