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The Faithbook Blog
Aacharya Shri Atmadarshan Suriji Maharaj Saheb
Apr 10, 20217 min read
धनुर्धारी मैं अर्जुन !
आर्यावर्त के कांपिल्यपुर नगर में महाराजा द्रुपद राज्य करते थे। उनका युवराज पद पर आरूढ़ धुष्टद्युम्न नाम का पुत्र था। अद्वितीय रूप और...
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Aacharya Shri Abhayshekhar Suriji Maharaj Saheb
Apr 10, 20216 min read
सुख कौन देता है ?
पिछले लेख में हमने देखा कि जिसमें भारतीयों को बहुत आनंद आता है ऐसी क्रिकेट में अम-रीकनों को ऊब आती है। शक्कर को चखने वालों को चाहे भारतीय...
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Muni Shri Shilgun Vijayji Maharaj Saheb
Apr 10, 20216 min read
Temper : A Terror – 6
( पाटलिपुत्र आने के बाद नगर के प्रवेश के पूर्व एक भव्य प्रासाद के खंभे पर चित्र में अंकित स्त्री को देखकर अमर अत्यंत मोहित हो गया और उसे...
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Muni Shri Krupashekhar Vijayji Maharaj Saheb
Apr 10, 20213 min read
शत्रु भी सुखी बने
“शत्रुजनाः सुखिनः समे” नेल्सन मंड़ेला साउथ आफ्रिका के सिवील राईट्स के लिए व्हाईट रेजीन ‘पी.डबल्यु ओथा’ कि जो साउथ आफ्रिका के प्रेसीडेन्ट...
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Muni Shri Tirthbodhi Vijayji Maharaj Saheb
Apr 10, 20213 min read
माहिती V/S ज्ञान
हेलो फ्रेन्ड्स ! अरिहंत बनने की यात्रा में हम अग्रेसर है। संसार में कभी भी कोई भी व्यक्ति अपनी सफलता का रहस्य किसी को भी बताना नहीं...
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Priyam
Apr 10, 20215 min read
एक स्वप्न देखते है….
Relation यह मेरा बेटा है, इस मुद्दे पर हम सब कुछ गौण करने को तैयार हैं। वो नवकार गिनता है, इस मुद्दे पर हम कुछ भी गौण करने को तैयार नहीं...
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Panyas Shri Nirmohsundar Vijayji Maharaj Saheb
Apr 10, 20214 min read
Everything is Online, We are Offline 2.0
वर्षों पहले आगरा में एक स्थान पर रुके थे। मंदिर जाने के लिए सुबह-सुबह बाहर निकले तो बाहर बैठा चौकीदार बड़ा उदास दिख रहा था। मुझे दया आ...
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Panyas Shri Labdhivallabh Vijayji Maharaj Saheb
Apr 10, 20212 min read
सर्वस्वीकार की साधना
माता त्रिशला के हृदय की संवेदना इतनी गहरी थी, उनका पुत्र-राग इतना था, कि पुत्र-वियोग आयुष्य को उपक्रांत कर सकता था…। प्रभु खुद को...
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Aacharya Shri Atmadarshan Suriji Maharaj Saheb
Mar 7, 20217 min read
I am Yudhishthira, the holder of easy forgiveness
Myself Yudhishthira, the eldest brother among the five Pandavas and the hundred Kauravas. The signs of the son are seen in cradle. My...
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Aacharya Shri Abhayshekhar Suriji Maharaj Saheb
Jan 31, 20216 min read
मनोरंजन का मानसरोवर
एक बार के लिए मानिए कि आपकी वार्षिक आमदनी 10 लाख रूपये है, और पूरे वर्ष का कुल खर्च 8 लाख रूपये है। मतलब 2 लाख रूपये की शुद्ध बचत है।...
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Panyas Shri Dhananjay Vijayji Maharaj Saheb
Nov 26, 20204 min read
Power of Unity
Jinshasan was established 2576 years ago by Tirthankar Shri Bhagwan Mahavir. After so many years in the flow of time, we have attained...
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Panyas Shri Dhananjay Vijayji Maharaj Saheb
Nov 26, 20204 min read
Power of Unity
अनन्तज्ञानी तीर्थंकर श्री भगवान महावीर के द्वारा आज से 2576 वर्ष पूर्व जिनशासन की स्थापना की गई थी। समय के प्रवाह में बहते-बहते इतने...
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Panyas Shri Nirmohsundar Vijayji Maharaj Saheb
Nov 11, 20204 min read
Everything is Online, We are Offline
एक दर्दनाक सत्यघटना से शुरूआत करते हैं : जम्मू का एक गरीब परिवार था। गाय का दूध बेचकर अपना जीवन यापन कर रहा था। शायद अपनी गाय का दूध अपने...
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Muni Shri Tirthbodhi Vijayji Maharaj Saheb
Nov 11, 20203 min read
नमस्कार आणगार को…
नमस्ते मित्रों ! Faithbook के जरिए हम अरिहंत बनने की यात्रा में अग्रसर हो रहे हैं। दुनिया भर की और सभी पदवीयाँ, संपत्ति से, मेहनत से,...
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Muni Shri Krupashekhar Vijayji Maharaj Saheb
Nov 11, 20202 min read
जिसको पुष्ट किया, वो ही हमें पीस रहा हैं ।
सुबह पति जब तैयार होकर घर से बहार निकल रहा था, तब अंदर से उनकी श्रीमतीजी (पत्नी) आयी, उनके हाथ में केशर-बादाम-पिस्तावाला दूध रखा और पत्नी...
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Muni Shri Akshaykirti Vijayji Maharaj Saheb
Nov 7, 20203 min read
Secret of Work
“सहसा न विदधीत क्रियाम्, अविवेकः परमापदां पदम् । वृणुते हि विमृश्यकारिणं गुणलुब्घा: स्वयमेव सम्पद:।।” छगन : अरे मगन! तुम क्या करते हो?...
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Aacharya Shri Abhayshekhar Suriji Maharaj Saheb
Nov 2, 20207 min read
दुष्प्रवृत्तियों में हमें बदबू का अहसास क्यों नहीं होता?
एक्स्ट्रा प्लॉट में कचरा एकत्र हो गया हो तो उसकी बुरी असर बंगले पर होती हुई स्पष्ट दिखाई देती है। रोज मिलने वाले दो-चार घण्टे के खाली समय...
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Panyas Shri Dhananjay Vijayji Maharaj Saheb
Oct 28, 20204 min read
“सोशियल मिडीया पर शासन निंदा”
आज से वर्षों पहले यदि किसी व्यक्ति को विरोध करने का जुनून सवार हो जाता था, तो वह अपनी अन्तर्व्यथा गुमनाम रूप से पत्रिकाएँ छपवाकर उनके...
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Panyas Shri Labdhivallabh Vijayji Maharaj Saheb
Sep 25, 20202 min read
देहनिर्माण में दृष्टा भाव
त्रिशला रानी के गर्भ में जो भी घटित हो रहा था, उसे अघटित होकर देख रहे थे प्रभु। विश्व के सर्वश्रेष्ठ परमाणुओं के गठन से शरीर का संपादन...
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Aacharya Shri Mahabodhi Suriji Maharaj Saheb
Sep 23, 20208 min read
पर्युषण के पांच कर्तव्य
“पर्वाणि सन्ति प्रोक्तानि, बहुनि श्री जिनागमे । पर्युषणां समं नान्यत, कर्मणां मर्मभेदकृत् ।।” भूमिका : वर्ष में (साल में) बारह मास होते...
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