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The Faithbook Blog
Muni Shri Shilgun Vijayji Maharaj Saheb
Apr 20, 20236 min read
Temper : A Terror – 16
इंद्र विमान जैसा रथ राजमहल के प्रांगण में तैयार खड़ा हुआ था। धूमधाम से तैयारी चल रही थी। सद्गुरु के आगमन के समाचार राजा को मिलने के बाद...
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Muni Shri Shilgun Vijayji Maharaj Saheb
Apr 20, 20235 min read
Temper : A Terror – 15
(मंत्री मित्रानन्द शव के द्वारा कहे गए वचनों को भूल नहीं सकते थे, इसलिए राजा से मौंन अनुमति लेकर पाटलिपुत्र छोड़कर कहीं और चले गए।...
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Muni Shri Shilgun Vijayji Maharaj Saheb
Dec 12, 20214 min read
Temper : A terror – 14
(मंत्री मित्रानन्द शव के द्वारा कहे गए वचनों को भूल नहीं सकते थे, इसलिए राजा से मौंन अनुमति लेकर पाटलिपुत्र छोड़कर कहीं और चले गए।...
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Muni Shri Shilgun Vijayji Maharaj Saheb
May 19, 20218 min read
Temper : A Terror-12
(अमरदत्त और रत्नमंजरी के शादी के पश्चात राजपुरोहित के पास सेनाधिपति आए और राजा के अकाल मरण के दु:खद समाचार दिए। आगे क्या होता है पढ़िए।)...
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Muni Shri Shilgun Vijayji Maharaj Saheb
Apr 17, 20215 min read
Temper : A Terror – 11
(नगर में फैली हुई “मारी” वह दूसरी कोई नहीं मगर खुद की बेटी राजकुमारी रत्नमंजरी है, ऐसी शंका राजा के मन-मस्तिष्क में जब हो चुकी थी। तब इस...
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Muni Shri Shilgun Vijayji Maharaj Saheb
Apr 11, 202110 min read
Temper : A Terror – 10
(नगर में फैली हुई “मारी” वह दूसरी कोई नहीं मगर खुद की बेटी राजकुमारी रत्नमंजरी है, ऐसी शंका राजा के मन-मस्तिष्क में जब हो चुकी थी। तब इस...
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Muni Shri Shilgun Vijayji Maharaj Saheb
Apr 11, 20216 min read
Temper : A Terror – 9
( राजकुमारी रत्नमंजरी के हाथों में पत्र सौंपकर मित्रानंद पुनः वेश्या के घर लौट आया और तत्पश्चात आगे क्या होता है पढ़िए) चढ़ा हुआ मुंह...
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Muni Shri Shilgun Vijayji Maharaj Saheb
Apr 11, 20215 min read
Temper : A Terror – 8
(मित्र अमरदत्त की स्वप्नसुंदरी रत्नमंजरी के पास पहुंचने के लिए मित्रानन्द ने अक्का के पास से राजमहल का नक्शा लिया और पूरी जानकारी भी ली।...
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Muni Shri Shilgun Vijayji Maharaj Saheb
Apr 10, 20216 min read
Temper : A Terror – 6
( पाटलिपुत्र आने के बाद नगर के प्रवेश के पूर्व एक भव्य प्रासाद के खंभे पर चित्र में अंकित स्त्री को देखकर अमर अत्यंत मोहित हो गया और उसे...
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Muni Shri Shilgun Vijayji Maharaj Saheb
Jul 27, 20206 min read
Temper : A Terror – 3
बिजली के चमकारे की तरह अमरदत्त का बचपन देखते ही देखते पूरा हो गया। “अमर ! आज से तुम्हे विद्याभ्यास करने के लिए गुरुकुल में जाना है। और...
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Muni Shri Shilgun Vijayji Maharaj Saheb
Jun 21, 20205 min read
Temper: A Terror – 2
राजतापस के चेहरे पर आनन्द छा गया। ‘देखो ! कितना सुन्दर बालक है। एकदम आप पर गया है।’ राजतापसी ने राजतापस को सद्यः प्रसूत बालक को दिखाते...
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