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The Faithbook Blog


Muni Shri Krupashekhar Vijayji Maharaj
Apr 12, 20242 min read
सुंदर विचार सुगंधित जीवन
एक नगर के मुख्य राजमार्ग पर एक सुंदर बंगला था। सुबह की खिलती उषा में किसी ने उस बंगले का दरवाजा खटखटाया। घर के मालिक ने दरवाजा खोलकर...
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Aacharya Shri Ajitshekhar Suriji Maharaj Saheb
Apr 10, 20242 min read
जज-कायदा
छगन वकील ने जज को कानून की किताब दी, और कहा, “इस पुस्तक के पंद्रहवें पेज के आधार से आरोपी को निर्दोष मुक्त कर देना चाहिए।” जज ने पंद्रहवा...
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Muni Shri Tirthbodhi Vijayji Maharaj Saheb
Apr 7, 20249 min read
महानायक खारवेल Ep. 1
भगवान महावीर स्वामी के परिनिर्वाण के बाद 270 साल से लेकर 330 साल की एक भव्य कालखंड की ऐतिहासिक गाथा यहाँ पर पेश होने जा रही है। भारत के...
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Muni Shri Tirthbodhi Vijayji Maharaj Saheb
Apr 7, 20248 min read
Mahanayak Kharvel Ep. 1
|| Shri Kalingajinayarshabhaye Namah || The historical saga of a magnificent era spanning from 270 to 330 years after the nirvana of Lord...
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Aacharya Shri Abhayshekhar Suriji Maharaj Saheb
Apr 5, 20247 min read
ईश्वर ने विश्व को बनाया है या बताया है ?
सृष्टि के सृजन के विषय में आधुनिक विज्ञान द्वारा प्रस्तुत Big Bang थिअरी आदि के विषय में तर्कसंगत उत्तर से रहित ढ़ेरों प्रश्न बिना सुलझे...
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Gachhadhipati Shri Rajendra Suriji Maharaj Saheb
Apr 3, 20245 min read
सायं का भोजन कब करना चाहिए ?
प्राकृतिक चिकित्सालय के अग्रणी श्री लुई कुने ने अपनी पुस्तक ‘आकृति से रोग की पहचान’ में संध्याकालीन भोजन के विषय में विचार प्रगट किए है,...
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Aacharya Shri Mahabodhi Suriji Maharaj Saheb
Apr 25, 20239 min read
शकट कथा
राजा हस्तिपाल की दानशाला में बारह पर्षदाएँ विराजमान थीं। अमावस्या की रात्रि थी, सर्वत्र नीरव शांति थी। प्रभु वीर जगत के कल्याण के लिए...
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Aacharya Shri Mahabodhi Suriji Maharaj Saheb
Apr 25, 202312 min read
अभग्नसेन कथा
अमावस्या की मध्यरात्रि बीत चुकी थी। राजा हस्तिपाल की दानशाला में विराजमान प्रभुवीर ने विपाकसूत्र के पाप विपाक के तीसरे अध्ययन का आरंभ...
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Panyas Shri Dhananjay Vijayji Maharaj Saheb
Apr 25, 20236 min read
गोडीजी का इतिहास – 8
दिव्यध्वनि से ध्वजारोहण वि.सं. 1515 (ई.स. 1459) का वर्ष था। शिखर का कार्य पूर्ण होने को था। अब काजलशा परिवार में कर्ता पुरुष होने के कारण...
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Panyas Shri Dhananjay Vijayji Maharaj Saheb
Apr 25, 20235 min read
गोडीजी का इतिहास – 6
काजलशा का काला कलेजा जिनमन्दिर के निर्माण में मात्र पत्थर ही नहीं लग रहे थे, बल्कि मेघाशा के मनोरथ भी लग रहे थे। प्रभु के आगमन से गोड़ी...
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Panyas Shri Dhananjay Vijayji Maharaj Saheb
Apr 24, 20236 min read
गोडीजी का इतिहास – 5
पारस प्रभु मेरे… मेघाशा हर्षित हृदय से भूदेशर की सीमा पर पहुँचा। अपनी कर्मभूमि के सामीप्य से उसका मन प्रसन्न हो गया। उसने अपने साले...
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Panyas Shri Dhananjay Vijayji Maharaj Saheb
Apr 24, 20233 min read
गोडीजी का इतिहास – 4
मेरे प्रभु पारसनाथ आंगन में कल्पवृक्ष पल्लवित होने पर जितना आनन्द प्राप्त नहीं होता, उतना आनन्द आज मेघाशा के हृदय में था। जब से...
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Muni Shri Shilgun Vijayji Maharaj Saheb
Apr 20, 20236 min read
Temper : A Terror – 16
इंद्र विमान जैसा रथ राजमहल के प्रांगण में तैयार खड़ा हुआ था। धूमधाम से तैयारी चल रही थी। सद्गुरु के आगमन के समाचार राजा को मिलने के बाद...
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Muni Shri Shilgun Vijayji Maharaj Saheb
Apr 20, 20235 min read
Temper : A Terror – 15
(मंत्री मित्रानन्द शव के द्वारा कहे गए वचनों को भूल नहीं सकते थे, इसलिए राजा से मौंन अनुमति लेकर पाटलिपुत्र छोड़कर कहीं और चले गए।...
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Muni Shri Krupashekhar Vijayji Maharaj Saheb
Apr 19, 20232 min read
A Mind Peace is Heaven
एक स्त्री अत्यंत क्रोधी स्वभाव वाली थी। दिन और रात, घर में और बाहर हर जगह गुस्सा करती थी। अपनी सास पर, ससुर पर, पति पर, बच्चों पर, नौकरों...
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Muni Shri Krupashekhar Vijayji Maharaj Saheb
Apr 19, 20233 min read
ऐसी दशा हो भगवन्!
एक नौजवान नाविक की नाव में एक श्रीमंत सेठ सफर कर रहे थे। जब नाव बीच मझधार में पहुँची, तो भयंकर तूफान आया। नाव आकाश में हवा में उछलने लगी।...
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Priyam
Apr 19, 20235 min read
मेरे भ्रम का पोटला।
घर अपने वालम कहो रे, कौण वस्तु नी खोट? यदि आपको अपने घर में सोना ही सोना दिखाई दे, और दुनियाभर में धूल ही धूल दिखाई दे, तब समझ लेना कि अब...
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Priyam
Apr 19, 20236 min read
वस्तु की खोट?
लगत पिया कह्यो माहरो रे, अशुभ तुम्हारे चित्त; पण मोथी न रहाय पिया रे, कहा बिना सुण मित्त। …03 प्रिय! मेरी बात तुम्हें अच्छी नहीं लग रही...
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Muni Shri Tirthbodhi Vijayji Maharaj Saheb
Apr 19, 20234 min read
‘नमो तित्थस्स’
चलो, आज भगवान बनने का अंतिम कदम भी भर लेते हैं । जिसका नाम है – तीर्थ पद। दो चीजें सबसे महत्त्वपूर्ण होती हैं, एक जो सबसे पहली हो, और...
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Muni Shri Tirthbodhi Vijayji Maharaj Saheb
Apr 19, 20233 min read
इन्फोर्मेशन न लें, पर ज्ञान लेते रहें।
प्रणाम मित्रों! परमात्मा बनने के 20 Steps की हम बात कर रहे हैं। इस लेख की शुरूआत में आपको जरूर कुछ नया लगा होगा। हर बार ‘Hello Friends’...
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