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The Faithbook Blog


बड़ा रूप दे दो
चिंटू: “पिंटू! लोगों का ध्यान खींचने के लिए क्या करना चाहिए?” पिंटू: “किसी भी छोटी सी बात को बड़ा स्वरूप दे दो!” इतने में नौकर चाय लेकर...
Aacharya Shri Ajitshekhar Suriji Maharaj Saheb
Mar 52 min read
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दृष्टांत और सिद्धांत
छगन को रिक्शा चलाते देख मगन ने आश्चर्य से पूछा, "अरे छगन! तू रिक्शा चलाने लगा? ऐसा क्यों?" छगन ने उत्तर दिया, "मैंने प्रधानमंत्री का...
Aacharya Shri Ajitshekhar Suriji Maharaj Saheb
Feb 42 min read
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निंदा का अधिकार
चिंटू: “पिंटू! इस सीजन में हमारी टीम ने बहुत कमजोर प्रदर्शन किया। एक भी मैच नहीं जीता, रन भी अच्छे नहीं बनाए, बॉलिंग भी बिल्कुल बेकार...
Aacharya Shri Ajitshekhar Suriji Maharaj Saheb
Jan 62 min read
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केस रामायण-महाभारत का
छगन वकील को मगन ने पूछा, “रामायण-महाभारत के बारे में क्या जानते हो?” छगन: “महाभारत में लैंड डिस्प्यूट का मामला था, सिविल केस था। रामायण...
Aacharya Shri Ajitshekhar Suriji Maharaj Saheb
Dec 3, 20242 min read
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स्वप्न
लीला: “बेटा चिंटू! दोपहर के 12:00 बज गए, अभी तक तू बिस्तर में पड़ा है?” चिंटू आधी नींद में ही बोला: “नहीं। मैं तो गोवा के बीच पर हूँ।...
Aacharya Shri Ajitshekhar Suriji Maharaj Saheb
Nov 7, 20242 min read
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सारे भगवान की जय
चिंटू : “पिंटू! तू मेरा भी रिजल्ट देख कर आना। मैं पापा के साथ बैठा रहूँगा। यदि एक विषय में फेल हुआ तो जय श्रीकृष्ण कहना, दो विषय में उड़ा...
Aacharya Shri Ajitshekhar Suriji Maharaj Saheb
Oct 16, 20242 min read
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आपकी उम्र
छगन: “लिली! तेरी उम्र कितनी है?” लिली: “17 साल।” छगन: “ओहो! तूने तो जिंदगी भर के शनि-रवि को जोड़ा ही नहीं है।” यदि शनि-रवि जोड़ दिए...
Aacharya Shri Ajitshekhar Suriji Maharaj Saheb
Sep 10, 20242 min read
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वेतन बढ़ाने का क्या हुआ?
छगन ने अलमारी के आईने पर जमी धूल की परत को देखकर, नौकर का ध्यान खींचने के लिए उसी धूल में ही अंगुली से लिख दिया, 'धूल बराबर साफ करो।'...
Aacharya Shri Ajitshekhar Suriji Maharaj Saheb
Jul 31, 20242 min read
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समाधान की चाबी
पिंटू: “चिंटू! तुझे तो स्वीटी अच्छी लगती थी ना! फिर क्या हुआ?” चिंटू: “मुझे उससे शादी नहीं करनी, वह तो बहरी है।” पिंटू: “बहरी? तुझे कैसे...
Aacharya Shri Ajitshekhar Suriji Maharaj Saheb
Jul 3, 20242 min read
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मुझे यह बात सबको बतानी है
छगन: “चिंटू! तू मेरी निजी बातें भले ही जान गया, लेकिन किसी को बताना मत। मैं तुझे चॉकलेट दिलाऊँगा।” चिंटू: “मुझे चॉकलेट पसंद नहीं है।”...
Aacharya Shri Ajitshekhar Suriji Maharaj Saheb
Jun 25, 20242 min read
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